Chapter 50 Sri Suktam: Verse 11 – 15
Verses 11-12अनुग्रहाय लोकानां स्थितौ स्वः परया श्रिया।कदाचित्कृपयाविष्टौ जीवानां हितकाम्यया ।। 11 ।। सुखिनः स्युरिमे जीवाः प्राप्नुयुर्नौ कथं न्विति।उपायान्वेषणायत्तौ परमेण समाधिना ।। 12 ।। वहाँ हम लोग समस्त लोक के अनुग्रह के लिए अपनी परमश्री के साथ निवास करते हैं |…